Sanjay Singh - "इस अप्रैल फारम को बंद हुए पूरे 12 साल हो गए। फेसबुक के भारत मे लोकप्रिय होने से पहले फारम पर राज कामिक्स के फैन्स विभिन्न विषयों पर विचार-विमर्श करते थे। साथ ही कितने ही लोग इस के जरिए आपस मे जुडे और फिर उनकी दोस्ती कामिक्सों पर चर्चा तक ही सीमित ना रही। मैं भी उन्हीं मे से एक हूं।
फारम की शुरुआत 2006 मे हूई थी। उस समय प्रकाशित हुई कामिक्सों मे ग्रीन पेज के अंदर फारम से जुडने के लिए भी कहा गया था। कुछ कामिक्सों मे फारम की पोस्टस भी डाली गई। वर्तमान* मे आप फारम पोस्ट्स को देख सकते है। उस समय जो फैन/पाठक फारम से जुडे (1st Generation) वो सबसे ज्यादा भाग्यशाली रहे। क्योंकि उनके विचार और सुझाव पर राज कामिक्स ने काम भी किया। इसका उदाहरण आतंकहर्ता नागराज की वापिसी है। इसका सुझाव भी एक फैन ने ही दिया था।
मैंने फारम अगस्त 2008 मे ज्वाईन किया था (2nd Generation)। तब तक बहुत सारे विष्यों पर चर्चा हो चुकी थी। फिर भी अगले 3-4 साल तक फारम पर सक्रिय रहा। लेकिन 2011 से बहुत से कामिक फैन फेसबुक यूज करने लगे। और फेसबुक पर ही अब कामिक ग्रुप पर सारी बाते होने लगी। साथ ही 2008 से राज कामिक्स ने भी फारम यूजर्स के सुझावों और बातो को ज्यादा प्राथमिक्ता देनी बंद कर दी थी। अब ज्यादातर केज्यूल डिस्कशन ही हो रहे थे जो कभी-कभी झगडे का रूप भी ले लेते थे।
अप्रैल 2012 मे फारम को बंद कर दिया। शुरु मे राज कामिक्स टीम की तरफ से कहा गया की ये बंद नही हुआ है। वेबसाईट मे कुछ बदलाव किए जा रहे है और ये दोबार से शुरू हो जाएगा। लेकिन उसी महीनें मे ये पक्का हो गया कि फारम अव बंद हो गया। जून 2012 मे मैं कुछ कामिक फैन्स के साथ संजय जी से मिलने बुराडी गया। वहां पर हमने फारम को बंद करने के बारे मे भी बात करी। इस पर संजय जी ने कहा कि मनीष जी तो इसे 2010 मे ही बंद कर देना चाहते थे। हमने जैसे-तैसे इसे 2 साल तक और चलाया। फारम बंद करने की वजह यही थी कि अब लोग फेसबुक पर ही सब बाते कर लेते है। फारम पर ट्रैफीक कम हो गया था। ज्यादातर डिस्कशन अक्सर आफ टापिक हो जाते थे। और फिर इसे देखने के लिए भी लोगों की जरूरत रहती थी। वो भी अब कम ही उपलब्ध रह पाते थे। इन्ही सब कारणों के चलते इसे बंद करना पडा। फिर शायद साल के आखिरी मे एक नया फारम आया। लेकिन इसमे हमारे पुराने पोस्ट नही थे। ये कुछ ही समय मे बंद भी हो गया।
जो लोग फारम से जुडे थे, खासतौर पर जो अंत तक जुडे रहे, उनके लिए फारम का जाना ऐसा ही था जैसे उन्होंने अपने जीवन का एक हिस्सा खो दिया हो। वो लोग उससे भावनात्मक रुप से जुडे हुए थे। फारम पर पोस्ट्स के अलावा, ब्लाग, स्टोरी, इत्यादी और भी चीजे थी जहां फारम मैम्बर निरंतर अपना योग्दान देते रहते थे। ये सब एक झटके मे ही चला गया। और किसी को बैकअप लेने का मौका भी नही दिया गया। मैं किसी तरह अभी फारम की पुरानी पोस्ट्स को वैसे ही देख लेता हूं। ये इमेज भी इसे ही देख रहा हूं। ये 14 अप्रैल 2012 की है। तब फारम बंद हो गया था और उसे ओपन करने ये मैसेज आता था।
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* वर्तमान के रिप्रिंट मे आपको फारम पोस्टस देखने को नही मिलेगी। सिर्फ ओरिजिनल प्रिंट (2006) मे ही ये उपलब्ध है।
PS: 1st and 2nd Generation मैने अपनी समझ से परिभाषित किए है। कृपा अन्यथा ना ले।"
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